बुधवार, 23 मई 2012

कोयला का धधरा से बीडी जलाइए , आ पेटरोल का धधरा से करेजा सुलगाइए







कोयला खदान, आवंटन से केंद्र सरकार को खरबों के नुकसान का अनुमान,
अरे कौनो चिंता नहीं , कोयले का भरपाई , पेटरोल से हो जाएगा सीरीमान
(कोयला का धधरा से बीडी जलाइए , आ पेटरोल का धधरा से करेजा सुलगाइए ..)





पिटरोल पिराईस हाईक पे "आज तक " पे चल रहा है कुकुर कटौंज ,
धधक रही है जनता धू धू , साली सियासत ले रही मौज ,
(जनता जनार्दन बन न जाए फ़ौज़ ...बहुत मंहगा पडेगा भाई )



जूझने में गुज़र गया सरकार का आधा कार्यकाल ,
अबे हट कहो लूटने में लगी सरकार , मंतरी सारे मालामाल ..
(ई लोगों को दू बरस और झेलना है रे ....रामा रामा अजम डिरामा)



ल्यो बे दखो गौर से , ई तो सच में ही कसाब को खिलाते रहे बिरयानी ,
थू है साला सरकार पे , डूब मरो सालों , मिले जहां चुल्लू भर तुम्हें पानी ,



राज्यसभा में फ़िर रुका , विधेयक लोकपाल ,
ल्यो रुकबे करेगा जब साला सब कार्टून पे ही इतना किया बवाल
कार्टून से इतना डराया त लोकपलवा त खा जाएगा



संसद में श्वेत पत्र जारी , केंद्र को पता नहीं देश में है कितना काला धन ,
करिया जुत्ता चलाए जो जनता प्यारी , फ़ौरन नाम लोगे टोटल है सवा पांच सौ जन
(अब नामो बताएं कि अपने काउंटिया लीजीएगा हाकिम)



IBN 7 का सर्वे , 55 फ़ीसदी ने कहा , मनमोहन को पद से हटाओ ,
अबे ऊ सब छोडो , ई बकिया 45 ,कौन है बे , पहिले उनका नाम बताओ ,
(के है जो चाहता है कि म्यूट पिरधान जी बेडा गर्क करते रहें )



मायावती को लेकर आज हुआ राज्यसभा में जम कर के हंगामा ,
आयं हमें तो लगा कि उमराव जान के जाने से बदलेगा कुछ डिरामा ,
(अबे कौनो सुधार नय है का बे ....)



जोहल से की थी छेडछाड , ल्यूक ने आज अपना गुनाह स्वीकारा ,
अबे ल्यूकवा साले , सिद्धर्थवो फ़ंस गया , ई तुम कईसा शॉट मारा ,
(का तो ट्विट्ट किए थे जोहलिया के लिए , रगड दिहिस जोहलिया )



निर्मल बाबा ने हाईकोर्ट में दाखिल की अग्रिम जमानत की अर्ज़ी ,
काहे हो कन्ने गया किरपा थर्ड आई का , हे हो बाबा फ़र्ज़ी ,
(जेल डरेस के लिए बुलवा लो अब दर्ज़ी ,)



ओबामा कर दिए भईया , ज़रदारी से मिलने से इंकार ,
हाय हाय ई तो गलत किए , मिल लेते , फ़िर चाहे देते जुत्ता मार ,
(ऊ भी गिन के चार , ई त ठीक नय किए यार )



प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने किया वादा , सरकार मिटाएगी भ्रष्टाचार,
सरासर बकवास , एकदम्मे झूठ , गूंगा आदमी वादा कैसे करेगा यार ,
(अबे ई कौन फ़ैला रहा है अफ़वाह सब बे )



राष्ट्रपति चुनाव के लिए गहमागहमी , संगमा ने अपनी मुहिम कर दी तेज़ ,
अबे काहे न अईसा किया जाए , हर घर से एक ठो कंडिडेट दिया जाए भेज,
(साला ई पोस्ट के लिए भी कंपटीसन कर दो बे , फ़ार्म निकालो हम सब भरेंगे )



अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो गया संसद का रे सत्र ,
अबे परमानेंटली गिरा दो शटर , जईसन कल किए हो जारी श्वेत पत्र ,
(जब तू लोग को ऊहो नय पता है जो हगलू हलवईया तक को पता है , अबे उहे काला धनिया सब का नाम , बंद करो रे ई गोल घर को ..हट्ट हुर्रर्रर्र बे )


रुपए में फ़िर गिरावट , कारगर साबित नहीं हुए आरबीआई के नए कदम,
साले कदम टुंडा लंगडा कर देगा तुमको रे , ई मंतरिया का घोटाला धमाधम
(तुम कदमे बदलते रहोगे , इहां देश का पूंजिए पार )



मनमोहन -सोनिया, ने सरकार की अब तक की  उपलब्धियां गिनाईं ,
आ इत्ते हो गए गदगद उपलब्धि से कि पेटरोल की कीमतेम फ़िर से बढाईं,
(ओईसे हमको शक नहीं पूरा यकीन है कि ,गिनना दुन्नो को नय आता है तो फ़िर कईसे गिनाईं बे ,. हट्टो झुट्ठा कहीं का )



बोलिस है भाजपा : कभी भी गिर सकती है यूपीए की मौजूदा सरकार ,
गिर सकती है मतलब , अरे गिरा गिरा के मारिए , सब्बे है तैयार ,
(ओईसे एक बात बताइए हो भाज्जप्पा ..ई गिर का सकती है ई तो पहिले से ही बहुत गिरी हुई है ..खालिए मटियामेटे होना रह गया है जी )



मुलायम, रात्रि भोज में मौजूद, लेकिन ममता, करूणानिधि ने किया किनारा
सुनो रे बेट्टा डुबाएंगे अबकि तुमको , चाहे लेलो किसका  ही तुम सहारा ..
(होगा बंटाधार तुम्हारा ....)



मैं बिकनी नहीं पहनूंगी , सोनाक्षी सिन्हा हैं फ़रमाईं ,
कुछ तो पहन के आइए , बडी मेहरबानी होगी भाई ,
(न त आजकल पुनमिया पांडे सब का बहुत नाम रोसन है जी )



सोनिया ने दी  चेतावनी , भ्रष्टाचार नहीं होगा बर्दाश्त ,
चेतावनी को मारिए गोली , आपको अब तक कित्ता हो गया प्राप्त ,
(अरे चुप्पे से बताइए , अब तो उजरा चिट्ठी (श्वेत पत्र हो ) भी जारी हो गया है , अब डर काहे का )



हा हा हा एक  दोस रहे हैं पूछ , थकते नय हैं हो , भर दिन रहते हैं बोकियाते
हम त तब तक रहेंगे लिखते , जब तक गोरमेंट वाले पकड के नहीं ले जाते
(आओ रे पकडो , है हिम्मत तो )



12 टिप्‍पणियां:

  1. जय हो भैया जी ... एक दम टॉप गिअर मे भगाये है जी आज गाड़ी ... टंकी फुल्ल कराये है का जी आज ही !

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  2. उत्तर
    1. अजी हम तो सोच रहे हैं टंकी पर ताला जडवा दें

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  3. बढ़िया प्रस्तुति ।

    आभार ।।

    मोहन माखन खा गए, मोहन पीते दुग्ध ।

    आग लगा मोहन गए, लपटें उठती उद्ध ।


    लपटें उठती उद्ध, जला पेट्रोल छिड़ककर ।

    होती जनता क्रुद्ध, उखाड़ेगी क्या रविकर ।


    बड़े कमीशन-खोर, चोर को हलुवा सोहन ।

    दाढ़ी बैठ खुजाय, अर्थ का शास्त्री मोहन ।।

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